क्या है Chiranjeevi Yojana 2025?
Chiranjeevi Yojana 2025 : राजस्थान सरकार की बेहतरीन स्वास्थ्य योजना, गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों को निःशुल्क चिकित्सा उपचार प्रदान करती है। योजना का पूरा नाम है “मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना”। इस कार्यक्रम के तहत हर परिवार को प्रति वर्ष ₹25 लाख तक का निशुल्क इलाज सरकारी और निजी अस्पतालों में मिलता है।
सरकार चाहती है कि गरीब लोगों को इलाज से वंचित न किया जाए। लाखों लोग इस योजना से बच गए हैं और इलाज अब कोई बोझ नहीं है।
Chiranjeevi Yojana 2025 के मुख्य उद्देश्य
- गरीब और जरूरतमंदों को मुफ्त इलाज देना
- हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सुरक्षा देना
- इलाज के लिए पैसे की चिंता को खत्म करना
- सरकारी और निजी अस्पतालों में मुफ्त सेवाएं देना
- पूरे राज्य को स्वास्थ्य की दृष्टि से सशक्त बनाना
Chiranjeevi Yojana 2025 का लाभ कौन ले सकता है?
Chiranjeevi Yojana का लाभ राज्य के लगभग हर परिवार को मिल सकता है, खासतौर से उन्हें जो गरीब या कमजोर वर्ग से आते हैं।
- राजस्थान के निवासी
- जिनके पास जन आधार कार्ड है
- गरीब और निम्न आय वर्ग के परिवार
- सामाजिक सुरक्षा पेंशन धारक
- NFSA कार्ड धारक (राशन कार्ड वाले)
- दिहाड़ी मजदूर और असंगठित क्षेत्र के कामगार
- छोटी जोत वाले किसान
किन्हें नहीं मिलेगा Chiranjeevi Yojana 2025 का लाभ?
- जो पहले से प्राइवेट हेल्थ इंश्योरेंस में कवर हैं (और योजना में नहीं जुड़े हैं)
- जो राजस्थान के निवासी नहीं हैं
- जिनके पास जन आधार कार्ड नहीं है
- जो योजना में पंजीकरण नहीं कराते
Chiranjeevi Yojana 2025 के अंतर्गत मिलने वाले लाभ

- सालाना ₹25 लाख तक का मुफ्त इलाज
- 1579 से अधिक बीमारियों का इलाज
- सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में इलाज
- एडमिट होने से पहले, इलाज के दौरान और बाद का पूरा खर्च मुफ्त
- दवा, जांच, ऑपरेशन, ICU, डायलिसिस, केमोथेरेपी आदि सब मुफ्त
जरूरी दस्तावेज़
Chiranjeevi Yojana 2025 का लाभ लेने के लिए ये दस्तावेज जरूरी हैं:
- जन आधार कार्ड
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड (अगर है)
- बैंक खाता विवरण
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
आवेदन कैसे करें?
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- https://chiranjeevi.rajasthan.gov.in वेबसाइट पर जाएं
- “पंजीकरण करें” पर क्लिक करें
- जन आधार नंबर डालें और OTP से सत्यापन करें
- परिवार की जानकारी भरें
- दस्तावेज़ अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें
- पंजीकरण की पावती संख्या सुरक्षित रखें
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया
- नजदीकी ई-मित्र केंद्र पर जाएं
- ऑपरेटर से “चिरंजीवी योजना” के लिए फॉर्म भरवाएं
- जरूरी दस्तावेज़ साथ ले जाएं
- फॉर्म जमा करें और रसीद लें
- कुछ ही दिनों में योजना में नाम जुड़ जाता है
Chiranjeevi Yojana 2025 के तहत लाभ कब और कैसे मिलता है?
- योजना में जुड़ते ही “चिरंजीवी कार्ड” बनता है
- कार्डधारक किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में इलाज करा सकते हैं
- अस्पताल में दाखिले से पहले कोई पैसा नहीं देना होता
- सारा खर्च सीधे सरकार उठाती है
- अस्पताल की ओर से मरीज का ई-पंजीकरण किया जाता है
Chiranjeevi Yojana 2025 से होने वाले लाभ
- इलाज के लिए पैसे की चिंता नहीं रहती
- गरीब परिवार भी अच्छे अस्पताल में इलाज करा सकते हैं
- गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हार्ट, किडनी आदि का इलाज मुफ्त
- एक्सीडेंट, प्रसव और बच्चों की बीमारियों पर भी खर्च नहीं
- ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचीं
- लाखों लोगों का इलाज हो चुका है
Chiranjeevi Yojana 2025 की विशेषताएं
- ₹25 लाख तक का सबसे बड़ा मुफ्त स्वास्थ्य बीमा
- राजस्थान सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्तपोषित
- बिना किसी प्रीमियम या फीस के मुफ्त सेवा
- सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में सुविधा
- आसान आवेदन और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी
निष्कर्ष
Chiranjeevi Yojana 2025: राजस्थान के लोगों के लिए एक जीवनरक्षक योजना है। यह न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बना रही है, बल्कि परिवारों को आर्थिक संकट से भी बचा रही है। अब कोई भी इलाज के लिए कर्ज नहीं लेता, और हर व्यक्ति को सम्मान के साथ इलाज मिल रहा है। अगर आप राजस्थान में रहते हैं और इस योजना से अब तक नहीं जुड़े हैं, तो तुरंत जुड़ें। स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है, और यह योजना उसी की सुरक्षा करती है।
FAQ
प्रश्न 1: क्या यह योजना पूरे भारत के लिए है?
उत्तर: नहीं, यह योजना सिर्फ राजस्थान राज्य के निवासियों के लिए है।
प्रश्न 2: क्या इसमें प्राइवेट अस्पताल में भी इलाज हो सकता है?
उत्तर: हां, सरकार द्वारा सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में भी इलाज संभव है।
प्रश्न 3: क्या इसमें ऑपरेशन और गंभीर बीमारियों का भी इलाज होता है?
उत्तर: हां, कैंसर, हार्ट सर्जरी, किडनी ट्रांसप्लांट जैसी बीमारियां भी कवर हैं।
प्रश्न 4: आवेदन के बाद कार्ड कब तक मिलता है?
उत्तर: आमतौर पर 7 से 15 दिन में कार्ड बन जाता है।
प्रश्न 5: अगर नाम जुड़ा हुआ है लेकिन इलाज में दिक्कत आए तो क्या करें?
उत्तर: नजदीकी जनसेवा केंद्र या हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।